2025 में शेयर बाजार में भारी गिरावट Share Bazaar Mein Bhaari Girawat ने निवेशकों को झटका दिया है। सेंसेक्स के 4000 पॉइंट गिरने से Mutual Fund निवेशकों और SIP प्लान वालों को बड़ा नुकसान हुआ है। जानिए गिरावट की असली वजह।
शेयर बाजार में भारी गिरावट Share Bazaar Mein Bhaari Girawat क्यों आई?
2025 की शुरुआत निवेशकों के लिए बेहद परेशान करने वाली रही। शेयर बाजार में भारी गिरावट के चलते करीब 2.3 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इस गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक बाजारों में फैली बेचैनी, अमेरिका और चीन के बीच बढ़ती टैरिफ वॉर, और Donald Trump द्वारा दिए गए धमकी भरे बयान बताए जा रहे हैं।
Mutual Fund और SIP में फंसा लोगों का पैसा
जिन निवेशकों ने Mutual Fund और SIP (Systematic Investment Plan) में लंबे समय से निवेश किया था, उनके लिए शेयर बाजार में भारी गिरावट किसी दुःस्वप्न से कम नहीं रही। कई निवेशकों ने घबराहट में अपनी SIP बंद कर दी है, जबकि कुछ ने जल्दबाजी में Fund Redeem करने का फैसला लिया।
यह panic-selling इस स्थिति को और भी गंभीर बना सकती है, क्योंकि बाजार में long-term mindset की बहुत कमी देखने को मिली।
अमेरिका-चीन के बीच व्यापार युद्ध का असर
Donald Trump के बयानों के बाद अमेरिका ने चीन पर भारी टैरिफ लगाने की घोषणा की। जवाब में चीन ने भी कड़े टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया। इस वजह से सिर्फ भारतीय नहीं, बल्कि विश्व के सभी प्रमुख बाजारों में शेयर बाजार में भारी गिरावट Share Bazaar Mein Bhaari Girawat देखी गई है।
Dow Jones, Nasdaq, Shanghai Index जैसे प्रमुख बाजारों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है, जो भारतीय बाजार पर सीधा असर डाल रही है।
विदेशी निवेशक खींच रहे हैं अपना पैसा
FII (Foreign Institutional Investors) इस अनिश्चितता से घबराकर भारतीय बाजार से पैसा निकाल रहे हैं। पिछले दो दिनों में ही उन्होंने हजारों करोड़ की निकासी कर दी है। इससे भी शेयर बाजार में भारी गिरावट और तेज हो गई है। Share Bazaar Mein Bhaari Girawat
एक अनुमान के मुताबिक, आने वाले 2-3 दिन तक बाजार में और भी गिरावट देखने को मिल सकती है।
Gold की कीमतों पर असर
जहां आमतौर पर बाजार में गिरावट आने पर Gold एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है, इस बार वहां भी अस्थिरता देखी जा रही है। सोने की कीमतों में भी हल्की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे निवेशकों के लिए सुरक्षित ठिकाना ढूंढना और मुश्किल हो गया है।
शेयर बाजार में भारी गिरावट और Gold दोनों में एक साथ गिरावट होना निवेशकों के लिए एक डबल झटका है।
सेंसेक्स और निफ्टी में ऐतिहासिक गिरावट
सेंसेक्स ने सिर्फ दो दिनों में 4000 पॉइंट से ज्यादा की गिरावट दर्ज की है, वहीं Nifty भी करीब 1100 पॉइंट टूटा है। यह गिरावट पिछले तीन वर्षों में सबसे बड़ी गिरावट मानी जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर स्थिति जल्द काबू में नहीं आई, तो यह गिरावट और गहरी हो सकती है।
शेयर बाजार में भारी गिरावट Share Bazaar Mein Bhaari Girawat का भविष्य और निवेशकों के लिए सलाह
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, यह गिरावट short-term है और panic करने की ज़रूरत नहीं है। यदि आपने long-term निवेश किया है, तो होल्ड करना ही समझदारी होगी।
Market हमेशा correction और recovery के phases से गुजरता है। शेयर बाजार में भारी गिरावट के समय धैर्य रखना ही सबसे बड़ी रणनीति होती है।
निष्कर्ष: डर के समय में धैर्य ही असली ताकत
हालांकि शेयर बाजार में भारी गिरावट Share Bazaar Mein Bhaari Girawat ने करोड़ों निवेशकों को नुकसान पहुंचाया है, लेकिन इतिहास गवाह है कि हर गिरावट के बाद उभरने का समय भी आता है। ऐसे समय में panic नहीं, समझदारी से लिए गए फैसले ही भविष्य तय करते हैं।
Mutual Fund, SIP और Equity निवेशकों के लिए यह समय सीख लेने का है — भावनाओं से नहीं, तथ्यों से चलिए।