Ram Mandir Ayodhya राम मंदिर अयोध्या का निर्माण तेज़ी से अंतिम चरण में पहुंच गया है। प्रथम तल पर भगवान राम का दिव्य दरबार सज चुका है और अब शिवलिंग स्थापना 31 मई को होगी। जानिए पूरी अपडेट।
भव्य निर्माण की ओर अग्रसर: Ram Mandir Ayodhya का पहला तल अब तैयार

Ram Mandir Ayodhya अब केवल एक निर्माण स्थल नहीं, बल्कि आस्था, संस्कृति और परंपरा का जीवंत प्रतीक बन गया है। अयोध्या से खबर आ रही है कि भगवान राम का भव्य राजप्रासाद — मंदिर का पहला तल — लगभग तैयार हो चुका है।
भव्य दरवाजे लगाए जा चुके हैं, और भगवान राम को राजसी पोशाक पहनाई जा चुकी है। यह नजारा श्रद्धालुओं की आंखों में आंसू और दिलों में गर्व भरने वाला है।
शिव मंदिर की शिवलिंग स्थापना 31 मई को की जाएगी, जिसके बाद 3 से 5 जून तक देवी-देवताओं की प्रतिष्ठा का विशेष आयोजन होगा।
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Divine Touch: Daily Progress in Ram Mandir Ayodhya
2.77 एकड़ भूमि पर बन रहे Ram Mandir Ayodhya के पहले तल पर भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और भक्त हनुमान जी की प्रतिमा की प्रतिष्ठा दो दिन पूर्व हो चुकी है। यह प्रतिष्ठा वेद मंत्रों और ब्राह्मण आचार्यों के सान्निध्य में संपन्न की गई।
हर मंदिर खंड में कार्य अत्यंत श्रद्धा व उत्साह से किया जा रहा है। विशेष बात यह है कि मंदिर के सभी खंभे और दीवारें शास्त्रीय नागर शैली में गढ़ी जा रही हैं।
31 मई को होने वाली शिवलिंग प्रतिष्ठा के साथ शिव मंदिर भी पूर्ण हो जाएगा, और तब Ram Mandir Ayodhya पूरी तरह दिव्यता से सराबोर हो जाएगा।
आस्था और भारतीय संस्कृति का प्रतीक बनता Ram Mandir Ayodhya
Ram Mandir Ayodhya का निर्माण भारत की धार्मिक चेतना और सांस्कृतिक गौरव का प्रदर्शन है। अयोध्या के निवासी, कारीगर, संत समाज और सरकारी अधिकारी — सभी इसमें समान रूप से योगदान दे रहे हैं।
यह मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक जीवंत धरोहर होगा। इसकी भव्यता, सुंदरता और दिव्यता इसे विश्वस्तरीय तीर्थ बनाती है।
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निष्कर्ष (Conclusion)
Ram Mandir Ayodhya का कार्य अब अपने अंतिम चरण में है। इस ऐतिहासिक मंदिर की भव्यता, दिव्यता और इसकी प्रतिष्ठा से जुड़े आयोजन देश और दुनिया के करोड़ों श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहे हैं।
31 मई को शिवलिंग प्रतिष्ठा और जून की शुरुआत में देवी-देवताओं की प्रतिष्ठा समारोह इस मंदिर को आधिकारिक रूप से सम्पूर्णता की ओर ले जाएंगे। अयोध्या एक बार फिर से भारत की धार्मिक राजधानी बनने जा रही है।